मुंबई. कोरोना वायरस के फैलने का भय दुनियाभर के बाजारों में देखने को मिल रहा है। सेंसेक्स में 1448.37 अंकों की जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को सेंसेक्स 38297.29 अंकों पर बंद हुआ। यह सेंसेक्स की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले 24 अगस्त 2015 को सेंसेक्स में 1624 अंकों की गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स में 3.64% की गिरावट आई। निफ्टी में 3.56% की गिरावट आई। निफ्टी 414.10 अंक नीचे गिरकर 11219.20 अंकों पर पहुंच गया। पिछले छह दिनों में सेंसेक्स करीब 7 फीसदी गिर चुका है। इससे बीएसई के एमकैप में करीब 11.5 लाख करोड़ रुपए की कमी आई। दुनिया के दूसरे प्रमुख बाजारों नैस्डैक, डाउजोंस, निक्केई, हैंगसेंग, शंघाई कंपोजिट समेत सभी बाजारों में बिकवाली है। 2008 की मंदी के बाद दुनिया भर के स्टॉक अपने सबसे खराब दौर में पहुंचने वाले हैं।
एसएंडपी 4.4% नीचे, डाउ जोन्स में 1,200 अंकों की गिरावट
बिकवाली के कारण अमेरिकी बाजार में एसएंडपी 4.4% नीचे गिर गया। यह 2011 के बाद इसकी सबसे बड़ी गिरावट है। इसी तरह, डाउ जोन्स के औद्योगिक औसत में करीब 1,200 अंकों की गिरावट आई है। एक हफ्ते पहले एसएंडपी अपने उच्चतम स्तर पर था। सात दिन में एसएंडपी 12% से ज्यादा नीचे गिर चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार, स्टॉक्स और गिरे तो यह अक्टूबर 2008 के समय आई मंदी के बराबर पहुंच जाएंगे।
डाउ जोन्स की एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट
डाउ जोन्स में 1,190.95 अंकों की गिरावट देखने को मिली। यह डाउ जोन्स के इतिहास की एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। इस हफ्ते डाउ जोन्स में 3,225.77 अंक करीब 11.1% की गिरावट आ चुकी है। यूएस-चीन ट्रेड वॉर में नरमी आने के कारण निवेशकों को उम्मीद थी कि वैश्विक अर्थव्यवस्था जल्दी पटरी पर लौट आएगी, लेकिन कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ने के कारण चीन में फैक्ट्रियों को बंद कर दिया गया है। चीन से आपूर्ति बाधित होने के कारण दुनिया के कई देशों में उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कोरोनावायरस के चीन के अलावा दूसरे देशों में फैलने से निवेशकों का सेंटीमेंट बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
2020 की ऊंचाई से 30% लुढ़का क्रूड ऑयल
कोरोना के कहर से क्रूड ऑयलका बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव इस साल की ऊंचाई से तकरीबन 30% टूट चुका है। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड का भाव आठ जनवरी को 71.75 डॉलर प्रति बैरल तक चला गया था। यह इस साल का अब तक का ब्रेंट क्रूड के भाव का सबसे ऊंचा स्तर है। बीते एक सप्ताह से कारोना के कहर से बाजार में मचे कोहराम के कारण ब्रेंट क्रूड का भाव इस ऊंचे स्तर से 21.79 डॉलर यानी 30.28% टूट चुका है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई नरमी से भारतीय वायदा बाजार में भी कच्चे तेल के सौदों में शुक्रवार को करीब तीन फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। अंतर्राष्ट्रीय बाजार आईसीई पर ब्रेंट के मई डिलीवरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 2.73 फीसदी की कमजोरी के साथ 50.32 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट
शेयर बाजार | गिरावट अंकों में | बदलाव % में |
नैस्डैक | 414 | 4.61% |
निक्केई | 803 | 4.02% |
एफटीएसई | 246 | 3.49% |
शंघाई कंपोजिट | 100.77 | 3.37% |
डीएएक्स | 407 | 3.19% |
हैंगशेंग | 670 | 2.50 |